शुक्रवार को अल सुबह जो हादसा घटित हुआ यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी, दिवंगत और घायलों के प्रति संवेदना प्रकट करते है। किंतु इस विषय चर्चा भी होनी चाहिए कि क्यों यह हादसा घटित हुआ, गैस टैंकर में अपने आप आग नहीं लगी बल्कि टैंकर के यू टर्न लेने के दौरान एक ट्रक से टक्कर होने के कारण इतना बड़ा हादसा हुआ। विगत कुछ वर्षों से जयपुर – अजमेर हाइवे बहुत ही दयनीय स्थिति के दौर से गुजर रहा है लगातार हो रहे फ्लाई ओवर निर्माण ऐसे हादसों को जन्म दे रहे है क्योंकि नव निर्माण के साथ साथ इस रोड़ टूटी सड़के और अव्यवस्था सरकार और प्रशासन की नाकामियों का हादसा है। में खुद भांकरोटा रहता हूं प्रतिदिन देखता हूं यह लंबे लंबे जाम कभी भी किसी भी वक्त लग जाते है, जहां यह हादसा हुआ है वह भांकरोटा से लगभग 1 किमी दूर है और महापुरा से पहले पड़ता है जहां से आगरा की ओर जाने के लिए रिंग रोड़ बनी हुई किंतु दिल्ली की ओर जाने वाली रोड़ पर घोषणा के बावजूद 7 सालों से निर्माण ही नहीं हुआ है। अजमेर की तरफ से आने वाले सभी बड़े वाहन इसी कट से आगरा रोड़ जाने के लिए रिंग रोड़ पर चढ़ने के लिए यू टर्न लेते है जिसके चलते आए दिन हादसे होते रहते है क्योंकि वह हादसे छोटे होते है इसलिए चर्चा नहीं होती आज जब टक्कर लगने से ब्लास्ट हुआ कड़ी संख्या में लोगों को लापरवाही का शिकार होकर जान गवानी पड़ी और उससे कही अधिक संख्या में घायल हो गए तो यह सबकी नजर में आ गई, मीडिया ने भी अनेकों बार इस सड़क को लेकर खबर प्रकाशित की गंभीर से गंभीर सवाल सरकार और प्रशासन से पूछे उसके बावजूद किसी के भी कानों पर जू तक नहीं रेंगी। आज जब इतना बड़ा हादसा घटा है तो आशा करते है जिम्मेदार लोग अपनी नींद के आगोश से जागेंगे और जनता को व्यवस्था प्रदान करेंगे।
अभिषेक जैन बिट्टू
प्रदेश प्रवक्ता, संयुक्त अभिभावक संघ राजस्थान