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  • कांग्रेस सरकार ग्रामीण विकास के लिए प्रतिबद्ध:-बेनीवाल

    कांग्रेस सरकार ग्रामीण विकास के लिए प्रतिबद्ध:-बेनीवाल

    गीतांजलि पोस्ट/श्रेयांस बैद

    हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम हुआ आयोजित

    ग्राम पंचायत के मुख्य द्वार का किया उद्घाटन

    नापासर:- राजस्थान में कांग्रेस सरकार ग्रामीण विकास के विभिन्न आयामो पर काम कर रही है जिसके सकारात्मक परिणाम आप सब के सामने है । यह बात पूर्व मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल ने रविवार को गुसाईसर गांव में हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं । उन्होंने कहा कि चाहे शिक्षा के क्षेत्र में ढांचागत विकास की बात हो या ग्रामीण विकास एवं कृषि संबंधी सुविधाओं की बात कांग्रेस सरकार की यही कोशिश है कि किसानों व ग्रामीणों को हर स्तर की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो. गहलोत सरकार का पिछला बजट इसका अनुकरणीय उदाहरण है । उन्होंने ग्राम पंचायत भवन के नवनिर्मित मुख्य द्वार का फीता काटकर उद्घाटन किया ।

    इस मौके पर नापासर ब्लॉक अध्यक्ष भंवरलाल पड़िहार,पूर्व अध्यक्ष अर्जुनराम कूकणा,नापासर मंडल अध्यक्ष बुलाकी पारीक,शेरेंरा मंडल अध्यक्ष सुखराम गोदारा,गुसाईसर मंडल अध्यक्ष मूलाराम जाखड़, नापासर सरपंच रतीराम तावणिया,अभियान के विधानसभा कोऑर्डिनेटर रामदयाल गोदारा, नोरंगदेसर सरपंच खेताराम मेघवाल, पंचायत समिति सदस्य सुभाष नायक, मालासर सरपंच बीरबलराम गोदारा, गुसाईसर सरपंच रामकैलाश गोदारा, सरपंच प्रतिनिधि अखाराम गोदारा, पूर्व सरपंच भैराराम मेघवाल, सरपंच प्रतिनिधि सुखराम गोदारा, चंपालाल शर्मा, वार्ड पंच रामलाल गोदारा बिशनाराम नारायणराम पुरखाराम नायक खिराजराम गोदारा मानाराम गोदारा रामचन्द्र गोदारा हरिराम भादू किशनलाल किशन नेता बजरंग जाखड़ गोपालराम जाखड़ खेड़ातराम गोदारा रामनारायण गोदारा तोलाराम गोदारा राजूराम हुडडा मूलाराम सुथार बिशनलाल शर्मा श्रीराम गोदारा सीताराम गोदारा सागरराम मास्टर लाभूराम जाखड़ अर्जुनराम निम्बडिया पुरखाराम निम्बडिया भिराजराम कूकना तोलाराम गोदारा अशोक ओझा पूर्व पंचायत समिति सदस्य सुरजाराम मेघवाल परमाराम मेघवाल वार्ड पंच भवंराराम गोदारा ओमप्रकाश गोदारा नरसीराम मेघवाल व बिशनाराम नायक सहित कांग्रेस कार्यकर्ता व ग्रामीण जन उपस्थित रहे ।

  • “बकरियों का आवास प्रबन्धन” विषय पर संस्थागत प्रशिक्षण शिविर का आयोजन

    “बकरियों का आवास प्रबन्धन” विषय पर संस्थागत प्रशिक्षण शिविर का आयोजन

    गीतांजलि पोस्ट/श्रेयांस बैद

    लूणकरणसर:- राजस्थान पशुचिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय बीकानेर द्वारा संचालित पशु विज्ञान केंद्र, लूणकरनसर द्वारा 25 मार्च 2023 को केंद्र परिसर मे “बकरियों का आवास प्रबन्धन” विषय पर एक दिवसीय पशुपालक प्रशिक्षण शिविर (संस्थागत) का आयोजन किया गया । इस प्रशिक्षण शिविर में केंद्र के डॉ. हेमन्त कुमार द्वारा व्याख्यान दिया गया। डॉ. हेमन्त कुमार ने अपने व्याख्यान मे पशुओं में कृमिनाशक दवा एंव संतुलित आहार के महत्व बताते हुए बकरियों के आवास प्रबन्धन को विस्तार से समझाया । इस प्रशिक्षण शिविर के दौरान केंद्र की प्रयोगशाला में निशुल्क होने वाली रक्त, दूध, मल-मूत्र आदि की विभिन्न जांचों के बारे में जानकारी देते हुए पशुपालकों को केंद्र पर उपस्थित विभिन्न प्रदर्शन इकाइयों जैसे जैविक सब्जी,एजोला, नेपियर एवं औषधीय पादपों आदि का भ्रमण करवाया । प्रशिक्षण शिविर के समापन मे सभी पशुपालकों को प्रसार शिक्षा निदेशालय, राजूवास द्वारा प्रकाशित मासिक पत्रिका “पशु पालन नए आयाम” का वितरण भी किया गया । इस पशुपालक प्रशिक्षण शिविर मे कुल 23 पशुपालकों एंव कृषकों ने भाग लिया।

  • उपखंड लूणकरणसर के अनेक गांवो में ऊँटो में फैल रहे त्वचा रोगों के इलाज की मांग

    गीतांजलि पोस्ट/डेस्क टीम

    बीकानेर:- बीकानेर के उपखंड लूणकरणसर के ग्रामीण क्षेत्र मेघाना, बड़ेरन , गोपल्याण, जैतपुर, राइका चक व धीरदेसर से आये राइका जाती के ऊँट पालकों ने भारत सरकार के भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के मानद प्रतिनिधि श्रेयांस बैद से मिलकर बताया कि करीब तीन साल से ऊँटो में खुजली रोग चल रहा है । पूर्व में हमारे द्वारा विभाग को अवगत करवाये जाने पर एक बार टीकाकरण का कार्य भी अमल में लाया गया था, जो पर्याप्त नहीं था । इससे कुछ समय बाद ही ऊँटो में पुनः खुजली रोग आरम्भ हो गया । रोग निदान व उपचार के लिए चिकित्सा शिविर लगवाए जाने की मांग की इस पर बैद ने अध्य्क्ष भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड, निदेशक पशुपालन राजस्थान सरकार व मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उपरोक्त विषय की जानकारी देकर बताया कि चिकित्सा शिविर लगवाए जाकर ग्रामीण क्षेत्रों में लगाए जाने वाले चिकित्सा शिविर दिनांक की जानकारी केम्प पूर्व ग्रामीणों को मुहैया करवाने से ऊंट पालक अपने ऊँटो को एकत्रित कर उनके वैक्सीन लगवा पाएंगे ।
    दूसरी और खेतों में नुकीले तारों से अनेक ऊँट काल के ग्रास बन रहें है । जिनका मुख्य कारण ग्रामीणों द्वारा खेत में पशुओं का आगमन न हो के लिए लगाए जाने वाले नुकीले तार हैं जिनमे उलझ कर ऊंट, सांड,टोंडिया के चोटिल होने से पांवों में बड़े घाव हो जाते हैं ऊँटो में लगने के बाद इन्हें खुले में पकड़ना आसान नहीं रह जाता व इनका इलाज भी नही होने के कारण ये दम तोड़ रहें है । राज्य पशु होने के नाते इन्हें बचाये जाना आवश्यक है वंही रेबारी जाती के लोग जिनका मुख्य कार्य ऊंट पालन है को भी ऊँटो के संरक्षण से बचाया जा सकता है ।

  • कस्बे में अमर सुहाग दायनी गणगौर माता की सवारी परम्परा गत तरीके से निकाली

    फुलेरा:- कस्बे में नगर पालिका द्वारा अमर सुहाग का वरदान देने वाली माँ गणगौर और ईसर की सवारी परम्परा गत तरीके से भारी लवाजमे के साथ निकाली गई। हर वर्ष की तरह इस बार भी न्यू कॉलोनी स्थित गणेश मंदिर पर ईसर व गणगौर की पूजा की गई। इसके बाद भारी लवाजमे और बैंड की मधुर धुनो के साथ गणगौर की सवारी पुराने बसस्टैंड, बालाजी बाईपास, इन्द्राबाजार, हलवाई बाजार होते हुए मेला स्थल गणगौरी बाजार पहुंची। मेला स्थल पर भव्य आतिशबाजी की गई। जहाँ पर पहले से मौजूद कुंवारी कन्याओ और सुहागनो ने गणगौर माता की पुजा करके अमर सुहाग का वर माँगा। गणगौर माता की शोभायात्रा में अधिशाषी अधिकारी राकेश कुमार शर्मा, पालिका अध्यक्ष संगीता अग्रवाल, उपाध्यक्ष योगेश सैनी, जितेंद्र अग्रवाल, पार्षद प्रमोद मीणा, चंद्र प्रकाश दुलानी, दिलीप जाजोरिया, नरेन्द्र वर्मा, सुरेश बैरवा , राकेश तम्बोली गणेश सैन सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

  • NSS के एक दिवसीय शिविर का हुआ आयोजन

    NSS के एक दिवसीय शिविर का हुआ आयोजन

    गीतांजलि पोस्ट/विनय शर्मा

    सांभर लेक:- सांभर स्थित राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वितीय एकदिवसीय शिविर का आयोजन हुआ। इस शिविर में विद्यालय के बच्चों द्वारा कक्षा कक्षों और पुस्तकालय की साफ – सफाई करके श्रमदान किया गया। इसके बाद स्वयंसेवकों को अल्पाहार कराया गया। शिविर प्रभारी लविका छीपा ने स्वयंसेवकों को राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्यों के बारे में अवगत कराया। शिविर में रचना मोदी, हेमराज मीणा, प्रेम प्रकाश जांगिड़, शैला चौहान उपस्थित रहे।

  • शाकंभरी विद्यालय में हुआ वार्षिकोत्सव व विदाई समारोह का आयोजन

    शाकंभरी विद्यालय में हुआ वार्षिकोत्सव व विदाई समारोह का आयोजन

    गीतांजलि पोस्ट/विनय शर्मा

    सांभर लेक:- कस्बे में संचालित शाकंभरी विद्यालय में वार्षिकोत्सव और विदाई समारोह का आयोजन हुआ। विद्यालय की कक्षा सातवीं ने कक्षा आठवीं के छात्रों को विदाई दी। विदाई समारोह के दौरान विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग प्रस्तुतियां भी दी गई। विदाई समारोह के दौरान विद्यालय की प्रधानाचार्य सुनीता व्यास द्वारा विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह देकर उनका उत्साहवर्धन किया गया। विद्यालय के सभी अध्यापकों द्वारा बच्चों को सफलता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करने को कहा गया और बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की।

  • संभागीय आयुक्त पत्रकारों के साथ किया डेयरी का निरीक्षण

    संभागीय आयुक्त पत्रकारों के साथ किया डेयरी का निरीक्षण

    जार होली स्नेह मिलन समारोह के दौरान संभागीय आयुक्त डॉ नीरज के. पवन ने डेयरी भ्रमण की कही बात का निभाया वादा

    गीतांजलि पोस्ट/श्रेयांस बैद

    लूणकरणसर:- संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन की पहल पर गुरुवार को “जार” के दल में पत्रकारों ने उरमूल डेयरी का शैक्षणिक भ्रमण किया। डेयरी के प्रबंध संचालक बाबूलाल बिश्नोई ने पत्रकारों को दुग्ध पालकों से दूध प्राप्त होने से लेकर इसकी प्रोसेसिंग, पाश्चराइजेशन और पैकेजिंग तक की संपूर्ण प्रक्रिया के बारे में बताया। उन्होंने डेयरी के प्रमुख उत्पाद दूध,दही, छाछ,घी,श्रीखंड के निर्माण प्रक्रिया की जानकारी दी।

    डेयरी के चेयरमैन नोपाराम जाखड़ ने बताया कि सभी उत्पादों के निर्माण में शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है और गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाता उन्होंने राज्य सरकार द्वारा गोपालकों को प्रति लीटर ₹5 की सब्सिडी दिए जाने को बेहद लाभकारी बताया व प्लांट की मशीनरी की जानकारी दी।

    संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन ने कहा कि डेयरी के उत्पादों और इसकी शुद्धता की जानकारी आमजन तक पहुंचे इसके मद्देनजर यह शैक्षणिक भ्रमण करवाया गया है। उन्होंने कहा कि आगे भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। सहायक निदेशक (जनसंपर्क) हरि शंकर आचार्य ने कहा कि भ्रमण से युवा पत्रकारों को डेयरी की कार्यप्रणाली से रूबरू होने का मौका मिला है।

    बीकानेर प्रेस क्लब के अध्यक्ष जयनारायण बिस्सा ,जार के जिलाध्यक्ष श्याम मारू ने संगठन की गतिविधियों की जानकारी दी। प्रदेश उपाध्यक्ष भवानी जोशी ने स्वागत उद्बोधन दिया। जार के महासचिव अजीज भुट्टा ने आभार जताया। इस दौरान जार की ओर से संभागीय आयुक्त, डेयरी चेयरमैन, प्रबंध निदेशक, सहायक निदेशक (जनसंपर्क) और डेयरी के प्रशासनिक अधिकारी का सम्मान किया गया। इस अवसर पर संभागीय आयुक्त और डेयरी चेयरमेन ने डेयरी में वृक्षारोपण भी किया। जनसंपर्क विभाग के सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक दिनेश चंद्र सक्सेना, डेयरी के प्रशासनिक अधिकारी सलीम भाटी, प्लांट मैनेजर भरत सिंह सहित पत्रकार मौजूद रहे ।

  • शहादत दिवस पर श्रदांजलि अर्पित

    शहादत दिवस पर श्रदांजलि अर्पित

    गीतांजलि पोस्ट/श्रेयांस बैद
    लूणकरणसर:-

    23 मार्च 2023 को शहीद भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव के शहादत दिवस पर लूणकरणसर में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव डॉक्टर राजेंद्र मूंड के कार्यालय में श्रद्धासुमन अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर डॉ राजेंद्र मूंड ने कहा कि युवा इन महापुरुषों की शहादत से प्रेरणा लें। इन शहीदों का बलिदान देश हमेशा याद रखेगा।


    किसान नेता महिपाल सारस्वत ने कहा देश के नागरिकों को शहीदों के पदचिन्हो पर चलना चाहिए। श्रद्धांजलि सभा में पूर्व पीसीसी सदस्य आसाराम सारण, बंसी हुड्डा,अजय गोदारा ,रामदेव सारण, प्रदीप पोटलिया,निर्मल बेद, अरविंद जैन, महेंद्र मान, राजपाल सेवटा, जगदीश गोदारा, हेतराम गोदारा, गोपाल रोझ ने पुष्पांजलि अर्पण कार्यक्रम में मौजूद रहे ।

  • चुनाव से पहले भाजपा में बड़ा बदलाव, चितौड़ सांसद सी.पी जोशी बने प्रदेशाध्यक्ष

    चुनाव से पहले भाजपा में बड़ा बदलाव, चितौड़ सांसद सी.पी जोशी बने प्रदेशाध्यक्ष

    गीतांजलि पोस्ट/डेस्क टीम

    जयपुर:- राजस्थान भाजपा ने चुनाव से पहले सारी अटकलों पर विराम लगाते हुए बड़ा बदलाव किया है। राष्ट्रीय महामन्त्री व प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह की तरफ से जारी पत्र में राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा द्वारा राजस्थान प्रदेश भाजपा की कमान चितौड़ सांसद सी पी जोशी को सौंप दी हैं। सी पी जोशी को कमान सौंपकर भाजपा द्वारा एक नया संदेश दिया गया है।


    एबीवीपी से राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले सीपी जोशी संघ के नजदीक माने जाते हैं। सतीश पूनिया R.S.S. बैकग्राउंड से ही आते हैं अब उनकी जगह उन्हीं जैसे सियासी बैकग्राउंड के नेता को राजस्थान में संगठन की जिम्मेदारी दी गई है। भाजपा द्वारा चुनाव से पहले इस बदलाव से अटकलों का बाजार गर्म हो चुका है।

  • आज होगी नवरात्रि की द्वितीय शक्ति माँ ब्रम्हचारिणी देवी की पूजा अर्चना

    गीतांजलि पोस्ट/श्रेयांस बैद

    लूणकरणसर:-

    संवत्२०८० चैत्र शुक्ल द्वितीया गुरुवार 23 मार्च 2023

    द्वितीयं ब्रह्मचारिणी:-
    दधाना करपद्माभ्यामक्षमालाकमण्डलू ।
    देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा ॥

    :- मां दुर्गा का दूसरा स्वरूप नवरात्र के दूसरे दिन माता के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा की जाती है।

    पं.अनन्त पाठक:- ब्रह्मचारिणी का शाब्दिक अर्थ:- ब्रह्म अर्थात तपस्या और तप और चारिणी अर्थात आचरण करने वाली भगवती। जिस कारण उन्हें ब्रह्मचारिणी कहा गया, वेदस्तत्त्वं तपो ब्रह्म- वेद, तत्व और तप। श् ब्रह्म श् शब्द का अर्थ है ब्रह्मचारिणी देवी का स्वरूप पूर्ण ज्योतिर्मय एवं अत्यन्त भव्य है। यह स्वरूप श्वेत वस्त्र पहने दाएं हाथ में अष्टदल की माला एवं बाएं हाथ में कमण्डल रहता है।

    अपने पूर्व जन्म में ये राजा हिमालय के घर पुत्री रुप में उत्पन्न हुई थी। महादेव को पति रूप में प्राप्त करने के लिए माता पार्वती ने घोर तपस्या की थी । इन्होंने घर को त्यागकर निर्जन वन में विना आहार का सेवन किये तप किया था, इस कठिन तपस्या के कारण माता को तपश्चारिणी और ब्रह्मचारिणी आदि नामों से संबोधित किया जाता है।

    माँ दुर्गाजी का यह दूसरा स्वरूप भक्तों और सिद्धों को अनन्त फल देने वाला है। इनकी उपासना से मनुष्य में तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार, संयम की वृद्धि होती है। जीवन के कठिन संघर्षों में भी उसका मन कर्तव्य-पथ से विचलित नहीं होता।
    इस दिन साधक कुंडलिनी शक्ति को जागृत करने के लिए भी साधना करते हैं। जिससे उनका जीवन सफल हो सके और अपने सामने आने वाली किसी भी प्रकार की बाधा का सामना आसानी से कर सकें। माँ ब्रह्मचारिणी देवी की कृपा से उसे सर्वत्र सिद्धि और विजय की प्राप्ति होती है। इस दिन साधक का मन ‘स्वाधिष्ठान ’चक्र में शिथिल होता है। इस चक्र में अवस्थित मनवाला योगी उनकी कृपा और भक्ति प्राप्त करता है।
    इस दिन ऐसी कन्याओं का पूजन किया जाता है कि जिनका विवाह तय हो गया है लेकिन अभी शादी नहीं हुई है। इन्हें अपने घर बुलाकर पूजन के पश्चात भोजन कराकर वस्त्र, पात्र आदि भेंट किए जाते हैं।
    मां ब्रह्मचारिणी का पूजन पूर्ण श्रृद्धा से करने पर माता की कृपा से सभी सिद्धियों की प्राप्ति होती है | तथा संकट और आपदों का विनाश होता है अगर आप प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता चाहते हैं, विशेष रुप से छात्रों को मां ब्रह्मचारिणी की आराधना करनी चाहिये। इनकी कृपा से बुद्धि का विकास होता है। नौकरी और साक्षात्कार में सफलता दिलाती हैं मां ब्रह्मचारिणी क्योंकि ये तपस्वी वेष में हैं।

    ब्रह्मचारिणी का परीक्षा में सफलता दिलाने का मंत्र:-
    विद्याः समस्तास्तव देवि भेदाः स्त्रियः समस्ताः सकला जगत्सु।
    त्वयैकया पूरितमम्बयैतत् का ते स्तुतिः स्तव्यपरा परोक्तिः।।

    पूजन विधि:- प्रतिदिन की भाँति आवाहित देवी देवताओं के पूजन के बाद माँता का पूजन करें।
    हाथों में फूल लेकर ध्यान करें ।
    ध्यान मंत्र:
    वन्देवांच्छितलाभाय चन्द्रर्घकृतशेखराम्।
    जपमालाकमण्डलुधराब्रह्मचारिणी शुभाम्॥
    गौरवर्णास्वाधिष्ठानास्थितांद्वितीय दुर्गा त्रिनेत्राम्।
    धवल परिधानांब्रह्मरूपांपुष्पालंकारभूषिताम्॥
    पद्मवंदनापल्लवाराधराकातंकपोलांपीन पयोधराम्।
    कमनीयांलावण्यांस्मेरमुखीनिम्न नाभि नितम्बनीम्॥
    पाद्य, अर्घ्य, आचमन, स्नान, पंच्चामृत, शुद्ध स्नान, वश्त्र, लाल चंदन, रोली,कुमकुम, अक्षत, पुष्प, सुगन्धित द्रव्य, धूप, दीप, नैवेद्य, फल,ताम्बूल, दक्षिणा से पूजन करके प्रार्थना करें।

    कवच मंत्र:
    त्रिपुरा में हृदयेपातुललाटेपातुशंकरभामिनी।
    अर्पणासदापातुनेत्रोअर्धरोचकपोलो॥
    पंचदशीकण्ठेपातुमध्यदेशेपातुमहेश्वरी॥
    षोडशीसदापातुनाभोगृहोचपादयो।
    अंग प्रत्यंग सतत पातुब्रह्मचारिणी॥

    स्तोत्र मंत्र:
    तपश्चारिणीत्वंहितापत्रयनिवारिणीम्।
    ब्रह्मरूपधराब्रह्मचारिणी प्रणमाम्यहम्॥
    नवचक्रभेदनी त्वंहिनवऐश्वर्यप्रदायनीम्।
    धनदासुखदा ब्रह्मचारिणी प्रणमाम्यहम्॥
    शंकरप्रियात्वंहिभुक्ति-मुक्ति दायिनी।
    शान्तिदामानदा,ब्रह्मचारिणी प्रणमाम्यहम्।

    उपासना वा जप मंत्र:-
    दधाना कपद्माभ्यामक्षमालाकमण्डलू।
    देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा।।

    प्रार्थना मन्त्र:-
    वन्दे वांचछि लाभाय चन्द्रर्घकृत शेखराम्।
    जप माला कमण्डलु धराब्रह्मचारिणी शुभाम्
    गौर वर्णा स्वाधिष्ठानास्थितां द्वितीय दुर्गा त्रिनेत्राम्।
    धवल परिधानां ब्रह्मरूपां पुष्पालंकार भूषिताम्
    पद्म वंदनापल्ल वाराधराकातं कपोलांपीन पयोधराम्।
    कमनीयांलावण्यां स्मेरमुखीनिम्न नाभि नितम्बनीम्।।

    क्षमा प्रार्थना मन्त्र:-
    अपराधसहस्त्राणि क्रियन्तेहर्निशं मया।
    दासोयमिति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वरि॥
    आवाहनं न जानामि न जानामि विसर्जनम्‌।
    पूजां चैव न जानामि क्षम्यतां परमेश्वरि॥
    मन्त्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं सुरेश्वरि।
    यत्पूजितं मया देवि परिपूर्णं तदस्तु मे॥
    अपराधशतं कृत्वा जगदम्बेति चोच्चरेत।
    यां गतिं सम्वाप्नोते न तां बह्मादयः सुराः॥
    सापराधो स्मि शरणं प्राप्तस्त्वां जगदम्बिके।
    इदानीमनुकम्प्योहं यथेच्छसि तथा कुरु॥
    अक्षानाद्विस्मृतेर्भ्रान्त्या यन्नयूनमधिकं कृतम्‌ ॥
    तत्सर्वं क्षम्यतां देवि प्रसीद परमेश्वरि॥
    कामेश्वरि जगन्मातः सच्चिदानन्दविग्रेहे।
    गृहाणार्चामिमां प्रीत्या प्रसीद परमेश्वरि॥
    गुह्यातिगुह्यगोप्त्री त्वं गृहाणास्मत्कृतमं जपम्‌।
    सिद्धिर्भवतु मे देवि त्वत्प्रसादात्सुरेश्वरि॥
    या देवी सर्वभू‍तेषु ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता ।
    नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
    हे मां! सर्वत्र विराजमान और ब्रह्मचारिणी के रूप में प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है।