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  • लौटने लगीं पाबंदियां, यहां जरूरी हुआ मास्क

    HMPV ने पूरे देश की टेंशन बढ़ा दी है। भारत के 3 राज्यों में वायरस मिलने के बाद सभी को कोरोना वाले दिन याद आ रहे हैं। इस बीच सामाजिक पाबंदियों का दौर फिर लौटता दिख रहा है। कर्नाटक पहला राज्य बन गया है, जिसने मास्क जरूरी कर दिया है। कर्नाटक सरकार ने एडवाइजरी जारी कर भीड़-भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनने की सलाह दी है। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में अब तक दो बच्चों में HMPV की पुष्टि हुई है।

  • मावठ से खिले किसानों के चेहरे

    जयपुर: राजस्थान में बढ़ती सर्दी के बीच मावठ की एंट्री, चूरू, सीकर, टोंक सहित कई जिलों में बारिश होने लग गयी है जिससे अब सर्दी ओर बढ़ जाएगी.

    राजस्थान में बढ़ती ठंड के बीच कई जिलों में मावठ का भी असर दिखने लगा है. आज (23 दिसंबर) चूरू जिले में झमाझम बारिश हुई. मेघ गर्जना के साथ जिले भर में कही हल्की तो कही तेज बारिश देखने को मिली. पश्चिमी विक्षोभ के चलते बीकानेर, श्रीगंगानगर और अनूपगढ़ में रात से ही बारिश का सिलसिला जारी है. वहीं, आज सुबह सीकर (Sikar) के फतेहपुर में भी बूंदाबादी हुई. मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश के कुछ हिस्सों में इसका असर 25-28 दिसंबर तक रहने की संभावना है. इस दौरान कुछ हिस्सों में मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. इसके चलते अगले एक-दो दिन तक न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट और शेखावाटी अंचल में कुछ स्थानों पर शीतलहर चलने की संभावना है.

    मावठ से खिले किसानों के चेहरे खिले: इस बारिश के बाद किसानों को राहत मिली है. एक्सपर्ट्स की मानें तो मावठ की बरसात से रबी फसलों को विशेष लाभ होगा. इससे फसलों की बढ़ोतरी में तेजी आएगी और उनकी गुणवत्ता में भी सुधार होगा. चूंकि इस समय तापमान में गिरावट भी हो रही है. अब यह बारिश किसानों के लिए वरदान साबित होगी.

    सीकर में पिछले 2 दिनों से छाए हुए हैं बादल: सीकर जिले में पिछले दो दिनों से बादल छाए हुए हैं. इस दौरान मौसम कई बार करवट ले चुका है. जिले के दांतारामगढ़ इलाके के पलसाना कस्बे में सुबह करीब 10 बजे बाद अचानक रिमझिम बारिश का दौर शुरू हुआ. हालांकि इलाके में कुछ देर तक ही बारिश हुई, जिसके चलते ठिठुरन बढ़ गई.

  • UP के पीलीभीत में एनकाउंटर, 3 खालिस्तानी आतंकी ढेर

    यूपी के पीलीभीत में एनकाउंटर, 3 खालिस्तानी आतंकी ढेर; पुलिस चौकी पर किया था हमला

    यूपी के पीलीभीत में पुलिस एनकाउंटर में 3 खालिस्‍तानी आतंकवादी मारे गए हैं। पंजाब और यूपी पुलिस ने एक संयुक्‍त अभियान के तहत यह ऑपरेशन किया है।यूपी के पीलीभीत में पुलिस एनकाउंटर में तीन खालिस्‍तानी आतंकवादी मारे गए हैं। पंजाब और यूपी पुलिस ने एक संयुक्‍त अभियान के तहत यह ऑपरेशन किया है। तीनों आतंकी खालिस्‍तानी कमांडो फोर्स के सदस्‍य बताए जा रहे हैं। उनके पास से एके-47 गन सहित कई अन्‍य हथियार पुलिस को मिले हैं। इनकी पहचान गुरविंदर सिंह, रवि और जसप्रीत के हुई है। तीनों पर कुछ समय पहले पंजाब के गुरदासपुर पुलिस चौकी पर हुए ग्रेनेड हमले में शामिल रहने का आरोप था।

  • टोल कंपनीयो और NHAI के भ्रष्टाचार, और प्रशासन की मिली भगत से हुई दुर्घटना: खाचरियावास

    केंद्र और राज्य सरकार के भ्रष्ट तंत्र के लिए नैतिकता के आधार पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी इस्तीफा दे!

    जयपुर 22 दिसंबर कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने आज संवाददाताओं से वार्ता करते हुए कहा कि भांकरोटा में एक्सीडेंट के बाद में अग्निकांड में 13 लोगों की मौत के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार का भ्रष्ट तंत्र जिम्मेदार है, (एन एच ए आई) देश का सबसे भ्रष्ट विभाग है प्रशासन की मिलीभगत भ्रष्ट टोल नीति के कारण राजधानी जयपुर के भांकरोटा में दुर्घटना हुई, बेवजह कट खोल दिया गया आज तक हजारों करोड़ का टोल वसूल कर चुकी कंपनी ने जयपुर से अजमेर हाईवे का काम पूरा नहीं किया जबकि शर्तों के मुताबिक जितना पैसा वसूल करना था उससे ज्यादा तो टोल कंपनी वसूल कर चुकी है लेकिन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की मेहरबानी से टोल कंपनियों को पूरी छूट दी गई है, टेंडर की शर्तों के अनुसार (एन एच ए आई) के अधिकारी टोल कंपनी के मालिक और जिला प्रशासन के लोग पूरी तरह से इस भयंकर एक्सीडेंट के लिए जिम्मेदार है, सबसे ज्यादा जिम्मेदारी टोल कंपनी की है हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों की है इन्हें तुरंत प्रभाव से गिरफ्तार करना चाहिए, रोजाना सैकड़ो दुर्घटनाएं पूरे देश में टोल कंपनियों की भ्रष्ट कार्यप्रणाली के तक कारण हो रही है देश में 80% रोड एक्सीडेंट हाईवे पर होते हैं और इन हाईवे पर टोल कंपनियां मनमानी पैसे वसूल करती है, लेकिन शर्तों के अनुसार सभी जगह पुलिया अच्छी सड़क, अस्पताल एंबुलेंस सुरक्षा की व्यवस्था नहीं करती, हाईवे पर चलने वाले हर व्यक्ति की सुरक्षा सहायता मुआवजा देना टोल कंपनी की कानूनी जिम्मेदारी है, इस दुर्घटना में जो लोग जलकर मर गए, उन्हें केंद्र सरकार टोल कंपनी से तुरंत प्रति व्यक्ति एक करोड रुपए और केंद्र सरकार और राज्य सरकार एक व्यक्ति को नौकरी की व्यवस्था करें और टोल कंपनी के ऊपर जुर्माना करके जिम्मेदार अधिकारियों और कंपनी मालिकों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए, आज भी टोल कंपनी के लोगों ने कोई सबक नहीं लिया है जहां एक्सीडेंट हुआ वहां पर पहले वाली व्यवस्था ही चल रही है कोई पुलिस अधिकारी नहीं लगाए गए हैं कोई प्राइवेट आदमी नहीं लगाए गए कट बंद नहीं किया गया है ऐसे में तुरंत प्रभाव से कार्रवाई की जानी चाहिए मात्र मुख्यमंत्री के वहां दौरा कर लेने से हाईवे ठीक नहीं होगा सरकार का इकबाल पूरी तरह से खत्म हो चुका है मुख्यमंत्री के दौरा करने के बावजूद वहां पर जो रोड टूटी थी वह अभी भी टूटी पड़ी है एक ईंट भी आगे पीछे नहीं हुई है इससे पता चलता है कि राज्य सरकार का कोई इकबाल नहीं है खाचरियावास ने कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 2014 में हेलीकॉप्टर से जयपुर दिल्ली हाईवे का दौरा करके 6 महीने में उसे ठीक करने की बात कही थी आज तक वह हाईवे नहीं सुधरा नितिन गडकरी ज्ञान और विज्ञान की बातें करते हैं लेकिन काम की बात नहीं करते उनके विभाग में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार है गडकरी जी तुरंत प्रभाव से कार्रवाई करें भ्रष्टाचार के ऊपर जवाब दे तुरंत सहायता करके नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे क्योंकि देश का एक भी हाईवे भ्रष्टाचार के कारण आज तक पूरी तरह से टेंडर की शर्तों के अनुसार सुरक्षित नहीं हो पाया है!

  • स्कूलों में खत्म होगा वाइस प्रिंसिपल का पद

    राजस्थान के स्कूलों में खत्म होगा वाइस प्रिंसिपल का पद

    राजस्थान के स्कूलों में वाइस प्रिंसिपल का पद समाप्त किया जाएगा। शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में वाइस प्रिंसिपल के पद को डाइंग कैडर बनाने पर सहमति बनी है। अभी जो शिक्षक वाइस प्रिंसिपल के पद पर कार्यरत हैं, उन्हें पदोन्नत किया जाएगा। इसके बाद उस पद को दुबारा नहीं भरा जाएगा। समीक्षा बैठक में विभाग के अधिकारियों ने माना कि स्कूलों में प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल दोनों पदों की आवश्यकता नहीं है।

  • जयपुर अग्निकांड मामले में जिला कलेक्टर ने गठित की जांच कमेटी

    जयपुर अग्निकांड मामले में जिला कलेक्टर ने गठित की जांच कमेटी, 6 अधिकारियों को किया शामिल
    जयपुर : जयपुर के भांकरोटा में हुए अग्निकांड मामले में जयपुर जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी ने एक जांच कमेटी का गठन किया है. इस जांच कमेटी में अलग-अलग विभागों के छह अधिकारियों को शामिल किया गया है. जांच कमेटी के लिए जितेंद्र कुमार सोनी ने शुक्रवार को एक आदेश जारी किया. जिला कलेक्टर ने बताया कि जयपुर के भांकरोटा में हुए एलपीजी टैंकर और ट्रक के बीच हादसे के मामले की जांच के लिए कमेटी गठित करने के आदेश राज्य सरकार की ओर से जारी किए गए थे. इसी आदेश के क्रम में इस जांच कमेटी गठन किया गया है.
    जांच कमेटी में ये अधिकारी शामिल

    अतिरिक्त जिला कलेक्टर, द्वितीय जयपुर

    प्रादेशिक परिवहन अधिकारी, जयपुर प्रथम (सदस्य सचिव)

    अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त, पश्चिम जयपुर

    अधीक्षण अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग जयपुर

    मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी, जयपुर द्वितीय

    परियोजना निर्देशक, एनएचएआई जयपुर

    कलेक्टर ने बताया कि भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सुझाव भी कमेटी जांच रिपोर्ट में शामिल करेगी. जांच रिपोर्ट राज्य सड़क सुरक्षा प्रकोष्ठ की ईमेल आई डी addl.rd.tdr@rajasthan.gov.in पर भेजने के निर्देश दिए गए हैं. बता दें कि जयपुर के भांकरोटा में शुक्रवार सुबह एक बड़ा हादसा देखने को मिला. इस हादसे में एलपीजी टैंकर को एक ट्रक ने टक्कर मार दी, जिससे भीषण अग्निकांड हो गया. इस हादसे में अब तक 11 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और दर्जनों घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
    पुलिस ने 37 गाड़ियों के जलने की पुष्टि की : भांकरोटा अग्निकांड में पुलिस ने 37 गाड़ियों के जलने की पुष्टि की. इसमें 6 बड़े ट्रक, एक छोटा ट्रक, 5 ट्रेलर, 2 बस, 5 कंटेनर, कई कारें, ऑटो, बाइक सहित अन्य वाहन शामिल हैं. पुलिस ने गाड़ियों के नंबरों के साथ मॉडल की भी जानकारी साझा की है. सूचना के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं.

  • अजमेर रोड़ हादसा सरकार और प्रशासन की नाकामियों का हादसा

    शुक्रवार को अल सुबह जो हादसा घटित हुआ यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी, दिवंगत और घायलों के प्रति संवेदना प्रकट करते है। किंतु इस विषय चर्चा भी होनी चाहिए कि क्यों यह हादसा घटित हुआ, गैस टैंकर में अपने आप आग नहीं लगी बल्कि टैंकर के यू टर्न लेने के दौरान एक ट्रक से टक्कर होने के कारण इतना बड़ा हादसा हुआ। विगत कुछ वर्षों से जयपुर – अजमेर हाइवे बहुत ही दयनीय स्थिति के दौर से गुजर रहा है लगातार हो रहे फ्लाई ओवर निर्माण ऐसे हादसों को जन्म दे रहे है क्योंकि नव निर्माण के साथ साथ इस रोड़ टूटी सड़के और अव्यवस्था सरकार और प्रशासन की नाकामियों का हादसा है। में खुद भांकरोटा रहता हूं प्रतिदिन देखता हूं यह लंबे लंबे जाम कभी भी किसी भी वक्त लग जाते है, जहां यह हादसा हुआ है वह भांकरोटा से लगभग 1 किमी दूर है और महापुरा से पहले पड़ता है जहां से आगरा की ओर जाने के लिए रिंग रोड़ बनी हुई किंतु दिल्ली की ओर जाने वाली रोड़ पर घोषणा के बावजूद 7 सालों से निर्माण ही नहीं हुआ है। अजमेर की तरफ से आने वाले सभी बड़े वाहन इसी कट से आगरा रोड़ जाने के लिए रिंग रोड़ पर चढ़ने के लिए यू टर्न लेते है जिसके चलते आए दिन हादसे होते रहते है क्योंकि वह हादसे छोटे होते है इसलिए चर्चा नहीं होती आज जब टक्कर लगने से ब्लास्ट हुआ कड़ी संख्या में लोगों को लापरवाही का शिकार होकर जान गवानी पड़ी और उससे कही अधिक संख्या में घायल हो गए तो यह सबकी नजर में आ गई, मीडिया ने भी अनेकों बार इस सड़क को लेकर खबर प्रकाशित की गंभीर से गंभीर सवाल सरकार और प्रशासन से पूछे उसके बावजूद किसी के भी कानों पर जू तक नहीं रेंगी। आज जब इतना बड़ा हादसा घटा है तो आशा करते है जिम्मेदार लोग अपनी नींद के आगोश से जागेंगे और जनता को व्यवस्था प्रदान करेंगे।

    अभिषेक जैन बिट्टू
    प्रदेश प्रवक्ता, संयुक्त अभिभावक संघ राजस्थान

  • 11 लोग जिंदा जले, 45 झुलसे, 37 गाड़ियों का सिर्फ लोहा बचा

    जयपुर: शुक्रवार 20 दिसंबर की सुबह जब ज्यादातर लोग नींद की आगोश में थे, तब जयपुर-अजमेर हाईवे पर एक ऐसा हादसा हुआ, जिसे भूलना सालों तक संभव नहीं होगा. जयपुर-अजमेर हाईवे पर भांकरोटा के पास एलपीजी टैंकर को एक ट्रक ने टक्कर मार दी. जिसके बाद भयानक आग भड़की. इस आग ने ऐसा विकराल रूप पकड़ा कि इसकी जद में आकर 11 लोग जिंदा जल गए. 45 लोग बुरी तरह से झुलस गए, जिनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है. छोटी-बड़ी 37 गाड़ियां जल गई. गाड़ियां जली भी इस कदर कि उनका सिर्फ लोहे का ढांचा बचा.

    सुबह 5.41 मिनट पर भांकरोटा के पास हुआ हादसा:

    दरअसल शुक्रवार सुबह करीब 5 बजकर 41 मिनट पर जयपुर-अजमेर हाईवे पर भांकरोटा के पास एक ट्रक ने यू-टर्न ले रहे एलपीजी टैंकर को टक्कर मार दी, जिससे लगी आग ने 37 से अधिक वाहनों को अपनी चपेट में ले लिया. अधिकारियों ने बताया कि इस दुर्घटना में 11 लोगों की मौत हो गई और लगभग 45 अन्‍य लोग झुलस गए.

    एसएमएस हॉस्पिटल के प्राचार्य ने बताया- 11 लोगों की मौत हुई:

    सवाई मानसिंह (एसएमएस) मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्राचार्य डॉ. दीपक माहेश्वरी ने बताया कि हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें से दस की मौत एसएमएस अस्पताल में और एक की मौत अन्य अस्पताल में हुई. हादसे में झुलसे व घायल लगभग 45 लोग अभी भर्ती हैं, जिनमें से कुछ वेंटिलेटर पर हैं. ऐसे में इस हादसे में मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है. एसएमएस हॉस्पटिल की ओर से जारी की गई जयपुर-अजमेर अग्निकांड के मृतकों की सूची.
    एसएमएस हॉस्पटिल की ओर से जारी की गई जयपुर-अजमेर अग्निकांड के मृतकों की सूची.

    पीएम मोदी ने सीएम भजनलाल से की बात, 2-2 लाख की अनुग्रह राशि का ऐलान:

    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने हादसे पर शोक जताया. मोदी ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से फोन पर बात कर हादसे की जानकारी ली और हर संभव मदद का आश्वासन दिया. प्रधानमंत्री ने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की.

    मौके पर पहुंचे सीएम, 5-5 लाख के मुआवजे का ऐलान, जांच के निर्देश:

    केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हादसे के बारे में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से बात कर जानकारी ली. मुख्‍यमंत्री शर्मा, उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा तथा गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम घटनास्‍थल पहुंचे. मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना की विस्तृत जांच करवाई जाएगी और घायलों के इलाज की व्यवस्था की गई है. उन्‍होंने राज्‍य सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की.

    एलपीजी टैंकर को ट्रक ने मारी टक्कर, इससे भड़की आग:

    अधिकारियों ने बताया कि हादसा तड़के करीब पौने छह बजे हुआ. शुरुआती जानकारी के अनुसार, जयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भांकरोटा के पास एलपीजी टैंकर को एक ट्रक ने टक्कर मार दी, जिसके बाद आग लग गई. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और वहां से गुजर रही बस सहित अनेक ट्रक, कार आग की चपेट में आ गए.

    हाईवे का बड़ा हिस्सा बना आग का गोला:

    घटना से जुड़े एक वीडियो में लोग जान बचाने के लिए भागते नजर आए और शुरुआत में स्थानीय लोगों ने उन्‍हें अस्‍पताल पहुंचाया. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग की लपटें एक किलोमीटर दूर से नजर आ रही थीं और राष्ट्रीय राजमार्ग का एक बड़ा हिस्सा ‘आग के गोले’ में तब्दील हो गया था. अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी में कम से कम 35 वाहनों के जलने की सूचना है, जिनमें 29 ट्रक तथा दो बस सहित अन्य गाड़ियां शामिल हैं. मृतकों में से एक ट्रक चालक के शव को इस तरह से पोटली में डाल कर SMS अस्पताल ले जाया गया.
    मृतकों में से एक ट्रक चालक के शव के अवशेष को इस तरह से पोटली में डाल कर SMS अस्पताल ले जाया गया.

    आग इतनी विकराल कि कई लोग वाहनों से निकल भी नहीं पाए:

    पुलिस के अनुसार, आशंका है कि संभवत: अचानक आग की चपेट में आने से कुछ लोग अपने वाहनों से बाहर नहीं निकल पाए और उनके अंदर ही झुलस गए. पुलिस के मुताबिक, सभी वाहनों की गहन जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने बताया कि घायलों में से करीब आधे लोगों की हालत ‘बेहद गंभीर’ है.

    हॉस्पिटल भी पहुंचे सीएम, डॉक्टरों को दिए निर्देश:

    मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और स्वास्थ्य मंत्री खींवसर एसएमएस अस्पताल पहुंचे, जहां झुलसे हुए लोगों को भर्ती कराया गया है. मुख्यमंत्री शर्मा ने प्रशासनिक अधिकारियों व चिकित्सकों से बात की और उचित उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. उन्होंने दुर्घटना स्थल का दौरा किया और पुलिस अधिकारियों से भी बात की.

    सीएम बोले- दर्दनाक घटना, ऐसे हादसे फिर नहीं हो इसपर करेंगे विचार:

    घटनास्‍थल पर पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘बहुत ही दर्दनाक घटना है. मैं अस्पताल जाकर आया हूं. मैंने वहां उचित व्‍यवस्‍थाएं करने के निर्देश दिए हैं. हम घटना की विस्तृत जांच करवाएंगे. घायलों के इलाज की व्यवस्था करेंगे.” उन्‍होंने कहा, ‘‘ऐसे हादसों को किस तरह से रोका जाए इस पर भी सरकार निश्चित रूप से विचार करेगी. प्रशासन पूरी तरह से बचाव कार्य में लगा हुआ है.” इस दौरान उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा और गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम, जिलाधिकारी जितेंद्र सोनी तथा अन्य अधिकारी मौजूद थे. शर्मा ने बाद में राज्‍य सरकार की ओर से मृतकों के परिवार को पांच लाख रुपये तथा घायलों को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि देने की घोषणा की.

    पीएम मोदी ने हादसे पर दुख जताते हुए अनुग्रह राशि की घोषणा की:

    प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से ‘एक्‍स’ पर पोस्ट कर कहा गया, ‘‘स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है. प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी. घायल को 50,000 रुपये दिए जाएंगे.” अधिकारिक सूत्रों के अनुसार मोदी ने हादसे के बारे में मुख्यमंत्री शर्मा से बात भी की.

    अमित शाह, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सहित अन्य ने जताया शोक:

    वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ‘एक्‍स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘इस (हादसे के) संबंध में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से बात हुई. स्थानीय प्रशासन घायलों को तुरंत उपचार प्रदान करने का काम कर रहा है. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.” राष्ट्रपति मुर्मू ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘जयपुर में सड़क दुर्घटना में अनेक लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है. मैं ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति हेतु प्रार्थना करती हूं. उनके परिवारजनों के प्रति मेरी गहरी शोक संवेदनाएं! मेरी प्रार्थना है कि घायल हुए लोग शीघ्र ही स्वस्थ हों.” स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री खींवसर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘स्थिति को संभालने के लिए सभी चिकित्सकों, रेजिडेंट चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ को बुलाया गया. मरीजों के उपचार के लिए एक और वार्ड खोला गया है. कुछ लोगों को नजदीकी अस्पतालों में प्राथमिक उपचार दिया गया है.”

    घायलों को हॉस्पिटल लाने के लिए बनाया गया ग्रीन कॉरिडोर:

    स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दुर्घटना स्थल से एसएमएस अस्पताल तक ‘‘ग्रीन कॉरिडोर” बनाया गया है. एक अधिकारी ने बताया, ‘‘राजसमंद से जयपुर आ रही एक निजी स्लीपर बस दुर्घटना के समय गैस टैंकर के पीछे थी. बस में सवार यात्रियों के बारे में जानकारी जुटाने के प्रयास जारी हैं. जले हुए वाहनों को राष्ट्रीय राजमार्ग से हटाया जा रहा है ताकि यातायात बहाल हो सके.”

    पुलिस कमिश्नर बोले- टक्कर के बाद टैंकर का नोजल टूटा फिर लीक हुई गैस:

    जयपुर के पुलिस आयुक्‍त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया, ‘‘एलपीजी टैंकर से एक ट्रक टकरा गया. इससे टैंकर के पीछे का नोजल टूट गई और गैस लीक हो गई, जिससे भीषण आग लग गई.” उन्होंने कहा, ‘‘टैंकर के पीछे के वाहनों में आग लग गई. दूसरे ओर से आ रहे अन्य वाहन भी इसकी चपेट में आ गए. अचानक हुई घटना के कारण वाहन आपस में टकरा गए.” जोसेफ ने कहा, ‘‘गैस लीक होने के कारण इलाका ‘‘गैस चैंबर” जैसा बन गया. आग बहुत तेजी से फैल गई, जिससे वाहनों के अंदर बैठे लोगों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला.”

    घायलों को लाने में लगे 25 से अधिक एंबुलेंस:

    भांकरोटा थाना के प्रभारी मनीष गुप्ता ने बताया कि शुरुआत में आग पर काबू पाना मुश्किल था. उन्होंने बताया, ‘‘शुरू में दमकल की टीम जल रहे वाहनों तक नहीं पहुंच पाईं. इलाके में तीन पेट्रोल पंप हैं, लेकिन राहत की बात है कि उन्हें किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है.” गुप्ता ने बताया कि यह घटना एक निजी स्कूल के सामने की है और पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाने के लिए 25 से अधिक एंबुलेंस का इस्तेमाल किया गया.

    फॉरेंसिक और परिवहन विभाग की टीम जांच के लिए पहुंची:

    अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘प्राथमिक सूचना पर मानसरोवर दमकल केंद्र से कुछ गाड़ियां मौके पर पहुंचीं लेकिन बाद में अन्य केंद्रों से भी पानी की गाड़ियां भेजी गईं.” क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय की एक टीम भी घटना की जांच करने के लिए मौके पर पहुंची. अधिकारियों ने बताया कि फॉरेंसिक विशेषज्ञों की ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं.

    हाईवे का 300 मीटर का हिस्सा हुआ प्रभावित:

    उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे पाइप बनाने वाली एक फैक्टरी भी तबाह हो गई और पाइप पिघल गए हैं. हादसे में राष्ट्रीय राजमार्ग का करीब 300 मीटर का हिस्सा प्रभावित हुआ, जिससे वाहनों की लंबी कतार लग गई. एक स्कूल वैन चालक ने बताया कि आग की लपटें एक किलोमीटर दूर से दिखाई दे रही थीं और वहां अफरातफरी मची हुई थी. पीड़ितों के परिजनों की मदद के लिए जिला प्रशासन की एक टीम अस्पताल में मौजूद है. जयपुर पुलिस ने दुर्घटना में घायलों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं.

  • न्यूईयर पर नहीं फोड़ पाएंगे पटाखे

    न्यू ईयर पर नहीं फोड़ पाएंगे पटाखे, एक साल के लिए लगा बैन; उल्लंघन किया तो खैर नहीं

    दिल्ली सरकार ने पटाखों पर साल भर प्रतिबंध लगा दिया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। अब दिल्ली में पटाखे बनाना भंडार करना बेचना और जलाना गैरकानूनी होगा।

  • आग का ऐसा तांडव कि पल भर में खाक हो गई जिंदगियां

    जयपुरः घर जल्दी आ जाना…! शायद परिजनों ने यही कहा होगा, भांकरोटा अग्निकांड के पीड़ित जब घर से निकले थे, लेकिन अब सिर्फ यादें रह गई. मौत का ऐसा मंजर कि अंतिम दर्शन भी नहीं होंगे. सचमुच नियती का ये कैसा दर्द. आज सुबह कई सांसे छीन ली. आग का ऐसा तांडव कि पल भर में जिंदगियां खाक हो गई. मंजर देख मौके पर मौजूद लोगों के भी आंसू नहीं रुके

    अस्पताल पहुंचे शवों में से कुछ की आई सिर्फ हड्डियां:
    आज इन तस्वीरों ने याद दिला दिया देश का सबसे बड़ा आईओसी अग्निकांड. आज सुबह जयपुर के भांकरोटा में एक एलपीजी और एक सीएनजी गैस टैंकरों में भिडंत हो गई. जिसके बाद CNG टैंकर में गैस लीक होने के बाद विस्फोट हुआ, जिसके कारण आसपास के क्षेत्र में एक तेज़ आग ने विकराल रूप ले लिया. आग की चपेट में आकर एक पाइप फैक्ट्री और पेट्रोल पंप भी जलकर राख हो गए. कई दमकलों ने आग पर काबू पाने के लिए मेहनत की, और सुरक्षा कारणों से अजमेर-जयपुर हाईवे को डायवर्ट किया गया है.
    अब तक कुल 8 लोगों की मौत:
    आपको बता दें कि जयपुर के भांकरोटा अग्निकांड में झुलसे लोगों में से SMS अस्पताल में एक और मरीज ने दम तोड़ा दिया है. अस्पताल में अब तक कुल 8 लोगों की मौत हो चुकी है. अस्पताल में कुल पांच मृतकों के शव लाए जा चुके है. एक शव तो ऐसा, जिसमें सिर्फ कुछ जले हुए अंगों को ही लाया गया है. इसके अलावा 3 मरीजों का अस्पताल में उपचार के दौरान दम टूट गया. अस्पताल प्रशासन के मुताबिक 38 के आसपास मरीजों का इलाज चल रहा है. इन घायलों में 20 से अधिक मरीज 50 प्रतिशत से अधिक झुलसे हुए हैं. इन सभी मरीजों की हालात गंभीर बताई जा रही है.
    हादसे में प्रभावित वाहन:
    करीब 30 से 40 वाहन आग की चपेट में आए, जिनमें 19 ट्रक, 2 यात्री बसें, 2 गैस टैंकर, 3 कारें और दो पिकअप वाहन शामिल हैं. आग में झुलसे हुए लोगों में कई की स्थिति गंभीर बताई जा रही है. मौके पर चार लोगों की मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से झुलसे एक और व्यक्ति की मौत SMS अस्पताल में इलाज के दौरान हुई.
    घायल और मृतकों की जानकारी:
    SMS अस्पताल में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, 38 लोगों का बर्न वार्ड में इलाज चल रहा है, जिनमें से कुछ की हालत नाजुक है. चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मौके पर पहुंचकर घायलों की स्थिति की जानकारी ली.
    पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया:
    पुलिस ने इस हादसे के बाद हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, जिन पर लोग जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. हेल्पलाइन नंबर:
    9166347551
    8764688431
    7300363636